राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर तंज, कहा - '1 नौकरी, 1000 बेरोजगार, क्या कर दिया देश का हाल'
By: Pinki Mon, 24 Aug 2020 10:38:18
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने देश में बढ़ रही बेरोजगारी का हवाला देते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा, '1 नौकरी, 1000 बेरोजगार, क्या कर दिया देश का हाल।' उन्होंने एक न्यूज आर्टिकल को भी शेयर किया है। इसमें बताया गया है कि सरकारी पोर्टल पर एक हफ्ते में 7 लाख लोगों ने नौकरी के लिए आवेदन किया है।
बता दें कि राहुल गांधी इससे पहले भी देश में अर्थव्यवस्था की स्थिति और बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साध चुके हैं। हाल ही में उन्होंने आरोप लगाया था कि छवि सुधारने में सरकारी पैसे का उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने ट्वीट किया था, 'आर्थिक गिरावट, बेरोजगारी, चीनी आक्रमकता है। सरकार करदाताओं का पैसा छवि सुधारने पर लगा रही है।' कांग्रेस ने यह भी कहा था कि सरकार को अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार और रोजगार सृजन के लिए अपनी योजना के बारे में देश को बताना चाहिए।
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को सरकार से राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) को लेकर छात्रों की चिंताओं पर विचार करने और स्वीकार्य समाधान निकालने का आग्रह किया था। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई छात्रों और अभिभावकों ने प्रवेश परीक्षा स्थगित करने की मांग की है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया था, 'भारत सरकार को नीट, जेईई परीक्षा के बारे में छात्रों के मन की बात को सुनना चाहिए और स्वीकार्य समाधान पर पहुंचना चाहिए।'
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने छात्रों का कीमती वर्ष बर्बाद ना होने का हवाला देते हुए सोमवार को JEE (Main) और नीट स्नातक परीक्षा स्थगित करने का अनुरोध करने वाली याचिका को खारिज कर दिया था। इसका आयोजन सितंबर माह में निर्धारित है। जेईई (Main) एक सितंबर से 6 सितंबर के बीच आयोजित किया जाना है जबकि JEE (Advance) 27 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। वहीं, नीट का आयोजन 13 सितंबर को होगा।
बता दे, देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 31 लाख के पार हो गया। अब तक 31 लाख 5 हजार 185 केस सामने आ चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 61 हजार 749 मरीज मिले। वहीं, 56 हजार 896 लोग स्वस्थ भी हो गए। देश में कोरोना संक्रमण के मिलने की दर में गिरावट देखी गई है। जुलाई के अंत तक हर 100 टेस्ट में 12 से ज्यादा मरीज मिलने लगे थे, अब 7 मरीज मिल रहे हैं। यानी संक्रमण की दर 7% से नीचे आ गई है। अब 6.7% की रह गई है। इसका सबसे बड़ा कारण टेस्ट बढ़ना है। अब हर रोज 8 से 10 लाख लोगों की जांच हो रही है।